शंखिनी यक्षिणी साधना

बट वृक्ष के नेचे बैठकर सूर्य डूबने से पूर्व इस मंत्र का तीन हजार जाप समाप्त करेँ और उसी स्थान पर तेल लेकर एक हजार मंत्र से हवन करेँ इससे शखिनी यक्षिणी प्रसन्न होती है। मंत्र-ॐ शंख धारणी शंख चारणी ह्रां ह्रां क्लां क्लीँ श्री स्वाहा ॥

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