क्रोध मंत्र

आज मेँ एक अचूक मंत्र देना चाहता हुं, जो आपको सिद्धि प्रदान करेगा ही करेगा।भूतडामर तंत्र और किँकिणी तंत्र मेँ ए मंत्र है।दोँनो किताब का मंत्र थडा सा अलाग है पर देखने पर एक ही मंत्र है।इसमेँ दया भाव से इष्ट को प्रकट नही किया जाता बलकी मार पीट कर जबरन प्रकट होने के लिए बेवस किया जाता है।इष्ट अगर ना आए तो भीषण दंड पाता है और नरक मेँ जा गीरता है।इसको क्रोध मंत्र कहा जाता है।क्रोध भैरव को कौन नही डरता है स्वयं शनि देव का भी हिम्मत नही होता की,क्रोध भैरव के उपासक को कुछ कष्ट दे पाये।आप अगर पुजा साधना किया तब भी अप्सरा,यक्षिणी बेताल,परी और देवी, देवता आपको दर्शन नही देया हो तो क्रोध मंत्र से दूवारा साधना करेँ,इस बार उनको आना ही पडेगा।पहले ए मंत्र उनको बंध लेता है फिर धीरे धीरे बज्र अग्नि मेँ जलाना शुरु कर देता है और जीसके फल स्वरुप उनको भीषण कष्ट भोगना पडता है और आँख फट जाता है ,शरीर खंड खंड हो जाता है फिर नरक मेँ जा कर गीरते है।उनको ए सब भोगने से पूर्व ही साधना करेने बाले के पास प्रकट होकर मंत्र जाप को विराम देते है।साधना करने के लिए कई भी दिन चलता है।सर्फ मंत्र का जाप करना है और उस देवी, देवता,अप्सरा,यक्षिणी,बेताल,परी और भूत, प्रेत का नाम लेना है मंत्र के अमुक स्थान पर।मंत्र तंत्र कई खेल नही है,साधना करने बाले को कोठर हुदय बाला होना चाहिए।इसमेँ एक बात बोल दू भूत प्रेत का कई नाम नही होता तो किया करेँ,अमुक के स्थान पर भूतेश्वरी (प्रेत)और भूतेश्वर या भूतनाथय (भूत) का नाम ले। ।आप चाहे तो सीधे भूत प्रेत भी बोल साकते है।ए साधना एक रात का है।हा अगर आप का मन किसी लडकी के पास है और शरीर मंत्र जाप कर रहा है तो ए मंत्र भी बिफल होगा।मन और तन का ध्यान सिर्फ अपनी मंत्र और इष्ट पर केँद्रित होना चाहिए।मेँ भूतडामर का मंत्र नही दे रहा हु पर किँकिणी तंत्र का मंत्र दे रहा हु।ए एक दिन का साधना है।मंत्र जाप संख्या आठ हजार है ।।मंत्र-ॐ कट्ट कट्ट अमुक ह्रीँ यः यः हुं फट॥ध्यान दे ए मूत्यु दंड मंत्र है, आपका इष्ट प्रकट होकर आपका शर्त मान ले फिर भी मंत्र जाप करते रहे तो वह आपके सामने जलकर राख होजाएगा।इसका अर्थ वह नरक मेँ चला जाता है और कष्ट भोगता है।

Comments

JK Dasgupta said…
Can I do krodh mantra directly without doing the original sadhana?
rocky said…
if fail then what can be happen ? can be sick or maid ? can do next time ? sabdhaniya kya kya karne hai ? raat mai ketne samye ? ghar mai ya bhar ? it's only for ghost not for god ? in a day time can be ?
इस क्रोध मंत्र का इष्ट देव कौन है तथा क्या यह क्रोध मंत्र 8000 जब करने के बाद सिद्ध हो जाता है क्या तथा पूर्णिमा के दिन साधना कर सकते हैं कौन-कौन पदार्थ भोग के रूप में चढ़ा सकते हैं कृपया बताने का कष्ट करें
Unknown said…
Maine kiya tha kuch bhi nahi huva
Unknown said…
Mnju devi this mantra is not for women.
Unknown said…
Iska bidhan kiya hai
Unknown said…
THIS OS MIRACOE OF THE WORLD .IMPORTANT EVERY MAN CANT DO WITHOUT GURU OK NO ANY RISULT WITHAOUT GURUVA RIGHT
Siddhartha Basu said…
Fool there are methods and mudras to perform sadhana. Dont call trouble white chanting krodhraj mantra
Vaibhav Sharma said…
Maine Shree Krodhraj ji ki doosre mantra ki sadhna ki hai yakeen maniye aisa pehle kisi bhi sadhna mein anubhav nahi hua jaisa is baar hua bahut shaktishaali mantra hai kewal itna kahunga ki aap taqat se karenge kuch praapt nahi hoga agar prem se karenge to itna praapt hoga ki gin nahi paaoge.

Prabhu prem aur samarpan maangte hain agar de paye to na jaane Shree Krodhraj ji kahan se kahan le jaayenge aapne socha bhi na hoga.

Kewal itna hi kahunga ki kisi ka anisht karne ke liye agar koi bhi sadhna karoge to kuch prapt nahi hoga agar ho gaya to jyada din nahi tikega.

kewal sukh ke liye upasna kijiye bahut kuch milega.

sukh bhautik nahi kewal aatma ki shanti evam mukti ke liye sukh hona chahiye.